कुछ पंक्तियाँ बस के यात्रा के दौरान मन में हिलोरे ले रही थी। सोचा लिख लू आज आपके सामने प्रस्तुत है आशा करता हूँ आपको अच्छी लगेगी। इसको लिखे के पीछे कोई निजी अनुभव नहीं पर हाँ देखे हुए जरूर है । वो कहते हैं बदनाम हो गया हूँ उनकी गली में आम हो गया हूँ। मेरा आना अब उन्हें नागवार गुजरता है उनके...
मेट्रो में चीन की दीवार
6 वर्ष पहले