­
अदभुत

बस में दबंगई, सीट मिली तो Excuse me

कई फिल्मों में एक बड़ा अच्छा संवाद कहा जाता है की बस, ट्रेन और लड़की के पीछे नहीं भागना चाहिए एक जाती है तो दूसरी आती है पर मेरा मानना है भागो और भागना जरूरी भी है वर्ना ऑफिस में आप लेट हो सकते है या किसी की शादी में या जॉब के इंटरव्यू में भी लेट हो सकते हैं । और सच...

Continue Reading

सगाई विशेषांक कविता

सोमवार को मेरे एक दोस्त की सगाई थी पर कुछ कारणवश जा ना सका तो  उसको ये एक तुच्छ सी कविता समर्पित करता हूँ और उम्मीद करता हूँ की वो अपनी शादी तक मुझे याद रखेगा और अपनी शादी का लड्डू मुझे भी चखायेगा ........आगे की कविता प्रस्तुत है ...... सगाई विशेषांक कुछ दिन खुशी से और जी लो कुछ दिन खाना खुद...

Continue Reading

अक्स

तेरे अक्स कि तलाश में

तेरे अक्स कि तलाश में तेरी खुशबू का अहसास कर देता है मदहोश तुझे महसूस करता हूँ फ़िज़ाओं में हवाओं में, साँस लेते अहसासों में जब तुझे उकेरता हूँ कागज पर क्यों नज़र नहीं आता तेरा वो हसीन चेहरा वो चमकती आंखे वो जुल्फों का साया वो गालों पर गहरा समंदर वो मासूम मुस्कान वो सुबह की पहली अंगड़ाई जैसे पंक्षी उड़े आकाश...

Continue Reading

Subscribe