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उदास

बस की एक अनोखी यात्रा

कल मैं थोडा उदास टाइप था ।  बार बार यही सोच रहा था बस मैं बैठे आधे घंटे हो गए अब तक कुछ नहीं हुआ नया नया ब्लॉग लिखना स्टार्ट किया है । मेरे ब्लॉग करियर को तो ब्लोगारिया रोग लग जायेगा । पर धन्य हो बस देवी और लोंगो का गुस्सा मेनेजमेंट । जरा सा छू दो तो तुरंत स्टार्ट हो जाते...

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