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कामचोर

बड़े दिनों के बाद एक बार फिर ब्लॉगर के साथ

बड़े दिनों के बाद एक बार फिर ब्लॉगर के साथ आज एक बार फिर इतने दिनों के बाद आपके सामने कुछ लिखे का मन हुआ है । पिछले लगभग एक महीने से कुछ ज्यादा ही व्यस्त था जिसके कारण में ब्लॉग में एक भी एंट्री नहीं लिख सका । इसके पीछे कुछ कारण थे । कुछ तो अपने काम में व्यस्त होना अर्थात...

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अकलमंदी

बस में बिना टिकट की सवारी और उनकी बहस

बस में बिना टिकट की सवारी और उनकी बहस आज में आपको अपने ऑफिस से जाने की कहानी कहने के बजाये घर से ऑफिस आने की कहानी कहने जा रहा हूँ । लोंगों को भ्रम है है की लड़के की आमतौर पर बदमाश या कामचोर होते है पर ऐसा नहीं है । कामचोरी की कोई उम्र , कोई जातपात , कोई धर्म नहीं...

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