­
घर

वीकेंड्स और बस का मज़ा

वीकेंड का विदेशो में बड़ा चलन है मैंने सुना है की विदेशी वीकेंड्स पर शायद ही काम करते है । पर ये इंडिया है मेरे दोस्त यंह वीकेंड्स पर ज्यादा काम होता है । पर शानिवार को मेरे साथ किसी बहारी मुल्क के लोंगो जैसा ही व्यवहार किया गया ।कोई काम नहीं ओन्ली आराम । जिसका मैंने भी खूब सुख लिया । और...

Continue Reading

और बहुत कुछ

बस की सीट और महिला

ये ब्लॉग लिख्नना भी एक तरह का नशा लगता है । ऑफिस से जाते हुए भी लोंगो को ध्यान से देखना और आते हुए भी । ये भी एक तरह का काम ही हुआ मेरा ऐसा ही सोचना है । अब कल की ही बात कर लिजिए । जब मैं ऑफिस से घर जाने लगा तो देखा स्टैंड पर बहुत भीड़ है ।...

Continue Reading

इंतज़ार

घर जल्दी जाने मैं भी लोचा है

कल का दिन सब मायने मैं ठीक था ना ऑफिस मैं ज्यादा काम ना लाइफ मैं कोई नया लोचा । और तो और कल मैं ऑफिस से जल्दी घर जाने का मौका मिला । ऐसा कम ही होता है मेरे साथ तो मैं ऑफिस से निकलते वक्त ही मैंने सोच लिया था की आज घर जा कर क्या क्या करना है मसलन कपडे...

Continue Reading

कब्ज़ा

विंडो सीट Window Seat

ये कल की घटना है ........... कल तो कभी नहीं आता पर ये सी बात शुरू करने का एक जरिया है बस मैं जाते वक्त एक घटना हुई । घटना क्या मेरे ख्याल से ऐसा रोज होता था पर मैंने उस दिन देखा । हुआ कुछ यूं की एक भद्र पुरुष महिला सीट पर बैठे थे स्टैंड आने पर एक महिला बस मैं...

Continue Reading

Subscribe