आज़ाद

चन्द्र शेखर आज़ाद को समर्पित एक कविता

अनुरोध

अब हिंदी में छा जाना है

जेबकतरे

बस में मैं भी हुआ शिकार, जुदा हुआ यादों का संसार

कनटोपा

अजब रास्तों की थोड़ी गजब कहानी, तड़का मार के मेरी जुबानी

काम का चस्का

सुबह सुबह शिव के दर्शन, चलती बस में कीर्तन

छोटा

बस में वियाग्रा गुरु का व्याख्यान, सफर में हुआ आराम

इंग्लिश

बस में २ तरफ़ा हमला और मैं बेचारा अकेला

की रात

जम के बरसो आज

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