बस में ब्लॉगर और अजीब सी उदासी कल २ दिनों के बाद जो लिखा उससे मेरे कुछ दोस्त बड़े प्रसन्न हुए और उन्होंने मुझे थैंक्स लिखने ले लिए , आज पुरे दो दिनों के बाद कलम उठाई , और बहुत अच्छे जैसे कमेन्ट से मेरा उत्साह बढ़ाया । जिसने सच मैंने मुझे एक नए उत्साह का एहसास कराया है । कल ऑफिस में फिर...
मेट्रो में चीन की दीवार
6 वर्ष पहले